मित्र-मंडली

Monday 1 August 2011

मेरी तासीर

Meri Fitrat.

हमे बस शौक है जीने की.

सदा यूं ही मुस्कुराने की.

पर ये उम्र बनी है किस चीज की.

हसने तो देती नही.

पर है दौड़ती लेके तस्वीर रुलाने की.

पर क्या करूं हूँ तो मै बच्चा.

तभी तो है तासीर मेरी हसने की.