मित्र-मंडली

Tuesday 28 May 2013

अपनी मौलिक निशानी...


अपनी मौलिक निशानी,
घर की किसानी.
       छूट गया पानी,
       रह गयी कहानी.
है तो वो पुरानी,
पर कोई न सानी.
        चाल मस्तानी,
        करती सबकी निगरानी.
ले जा रही जवानी,
वो प्यारी सलोनी.
        होटल की बिरयानी,
        वो दाने की मौनी.
सोच तूफानी,
कर्म दीवानी.
      अपनी मौलिक निशानी,
      घर की किसानी.
-Shishu Singh