मित्र-मंडली

Saturday 28 November 2015

जानना कभी पाना नही होता



जानना कभी पाना नही होता, जानने और पाने में कांच और हीरे  जितना अंतर है, आज जितने भी धार्मिक प्रवचनकर्ता हम देखते हैं, ये जानने को ही पाना समझ बैठे हैं, इसीलिए बड़ी-बड़ी बातें बघारते मिलते (दिखते) हैं।
यह स्थिति बड़ी ही भ्रामक है, अतएव किसी प्रवचनकर्ता पर विश्वास करने से अच्छा खुद के सामर्थ्य से शास्त्रों का अध्ययन किया जाय, और सामर्थ्य पैदा करने के लिए शास्त्रानुसार ही कर्म करने का प्रयास करना चाहिए।
कुछ ब्रह्म ज्ञानियों द्वारा सुझाये गए शास्त्र निम्न हैं-
१. अध्यात्म रामायण
२. श्रीमद्भगवद्गीता
३. योगवाशिष्ठ

Friday 10 July 2015

दोबार जोरदार होगा...


संसार या कहें इस प्रकृति में सबकुछ चक्रवत है।  बीज के अंकुरण से लेके पौधा बनना, पेड़ बनना, फूल लगना, फल लगना और फिर बीज रूप में परिवर्तित हो जाना, इसलिए इस चक्रवाती तूफान में नफरत रुपी बीज न बोयें यही दोबारा आएगा और जिस प्रकार एक बीज अनेकों बीज का निर्माण करती  है वैसे ही एक नफरत रुपी बीज से अनेकों परिणामी नफरतों का निर्माण होगा।
इसी तथ्य को इस तरह देख सकते हैं-
आतंकी को बदले की भावना से मारने से अच्छा है उसे उसके विचारधारा के साथ मारा जाये।
वरना उसे मारना पेड़ की एक टहनी काटने के बराबर ही होगा जिस तरह टहनी को काटने पर उससे और भी अनेक कन्छे निकलते हैं उसी तरह महज आतंकी को मारना और भी कई नए आतंकी संगठनो को पैदा करने के बराबर है। 

Saturday 28 February 2015

अंशू भैया की शादी।मौज मस्ती का एक दूसरा पर्याय बन गया...